हल ही मे भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने थैलेसीमिया बाल सेवा योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। यह योजना थैलेसीमिया के रोगियों के लिए शुरू की गई है। जिसमें थैलेसीमिया के रोगियों को आर्थिक सहायता प्रदान कि जाएगी।
थैलेसीमिया बाल सेवा योजना
- थैलेसीमिया बाल सेवा योजना योजना का उद्देश्य हैमोग्लोबिनोपैथियों जैसे सिकल सेल रोग और थैलेसीमिया के रोगियों के लिए इलाज मैं सहायता प्रदान करना है,
- इसे कोल इंडिया कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी प्रोग्राम द्वारा वित्त सहायता प्रदान की गई है जिसे "हेमटोपोइएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन प्रोग्राम" भी कहा जाता है।
- यह योजना थैलेसीमिया रोगी व्यक्ति को 10 लाख रूपय तक की सहायता प्रदान करेगी।
लाभकारी
जिस व्यक्ति की पारिवारिक आय 20,000 रुपये प्रति माह से कम है, वे इस योजना मे वित्तीय सहायता का लाभ ले सकता हैं।
थैलेसीमिया क्या है ?
यह एक रक्त मैं पाए जाने वाला रोग है जो सामान्य शरीर की तुलना में कम हीमोग्लोबिन बनाता है। यह ऑक्सीजन को लेने के लिए लाल रक्त कोशिकाओं की क्षमता को कम करता है। इससे एनीमिया भी हो सकता है। माना जाता है कि भारत मैं हर साल 10 से 12 हजार बच्चे थैलेसीमिया के साथ जन्म लेते है।